बरम बाबा ( बरम देव बाबा ) गांव में कुल देवता के साथ ही बरम बाबा की भी बहुत मान्यता है। लड़के की शादी होने पर उसका मौर ( सिर पर बांधा जाने वाला मुकुटनुमा साज ) गांव के डीह बाबा और बरम बाबा को अर्पित करने की प्रथा है। ऐसा मानना है की किसी भी प्रकार का शुभ कार्य करने से पहले, बरम बाबा का आशीर्वाद लेना अनिवार्य होता है । सामान्यतः, बरम बाबा का स्थान हर गांव में होता है। मुख्यतः, जो ब्राह्मण किसी कारण वश अपनी जान दे देते है, वह बरम हो जाता है। बरम ब्रह्म का देशज रूप है। पूरब में बरम बाबा स्थापित करने की परंपरा बहुत ही पुरानी है। लोगों का इनपर विश्वास भी अटल है I जिस भी बरम बाबा की कहानी आप सुनेंगे, उसमें उत्पीड़न से जान देने अथवा अकाल मृत्यु हो जाने की कहानी ही सामने आएगी। सभी बरम बाबा के बारे में यह मान्यता है कि वह उन्हीं लोगों को परेशान करते है, जिन्होंने उन्हें प्रताड़ित किया होता है। कई परिवार तो इन्हीं बरम बाबा के कारण समूल नष्ट हो जाते। लेकिन अन्य लोगों की यह रक्षा और मदद भी करते हैं। जो भी इनकी पूजा करता है, उसकी मनोकामना पूरी हेाती है। बिहार, उत्तर-प्रदेश और...