बैडमिंटन के इतिहास से पुणे का क्या नाता है ? बैडमिंटन की शुरुआत 19वीं सदी के मध्य में ब्रिटिश भारत में मानी जा सकती है, उस समय तैनात ब्रिटिश सैनिक अधिकारियों ने इसकी सुरुवात की थी। ब्रिटिश छावनी शहर पुणे में यह खेल खासतौर पर लोकप्रिय रहा, इसीलिए इस खेल को पूनाई के नाम से भी जाना जाता है। शुरू में, हवा या गीले मौसम में उच्च वर्ग के ऊन के गोले से खेलना पसंद करते थे, लेकिन अंततः शटलकॉक ने बाज़ी मार ली। इस खेल को सेवानिवृत्ति के बाद वापस लौटनेवाले अधिकारी इंग्लैंड ले गए, जहां इसे विकसित किया गया और नियम बनाये गए। सन् 1860 के आस-पास, लंदन के एक खिलौना व्यापारी इसहाक स्प्राट ने बैडमिंटन बैटलडोर- एक नया खेल नामक एक पुस्तिका प्रकाशित की, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि उसकी कोई प्रति नहीं बच पायी. नया खेल निश्चित रूप से सन् 1873 में ग्लूस्टरशायर स्थित ब्यूफोर्ट के ड्यूक के स्वामित्ववाले बैडमिंटन हाउस में शुरू किया गया था। उस समय तक, इसे "बैडमिंटन का खेल" नाम से जाना जाता था और बाद में इस खेल का आधिकारिक नाम बैडमिंटन बन गया। सन् 1887 तक, ब्रिटिश भारत में जार